स्पाइरोमेट्री फेफड़ो की क्षमता नापने का सबसे उपयोगी टेस्ट है जिसमे व्यक्ति के शरीर मैं फेफड़े कितने प्रतिशत काम कर रहे है इसका पता लगाया जाता है |
स्पिरोमेट्री फेफड़ो की क्षमता नापने का सबसे उपयोगी टेस्ट है जिसमे व्यक्ति के शरीर में फेफड़े कितने प्रतिशत काम कर रहे है इसका पता लगाया जाता है। जयपुर एलर्जी अस्थमा सोल्युशन में स्पाइरोमेट्री टेस्ट डॉ मुकेश गुप्ता के सामने अनुभवी स्पाइरोमेट्री टेक्निशन के द्वारा किया जाता है जिसमे सबसे उपयुक्त तरीके का स्पाइरोमीटर काम में लिया जाता है।
अस्थमा में पहले स्पाइरोमेट्री (Spirometry) टेस्ट द्वारा डायग्नोसिस (Diagnosis) किया जाता है व फेफड़ों की क्षमता का पता लगाया जाता है। आवश्यक होने पर दवाई सूंघने (nebulization) के बाद फिर से किया जाता है। टेस्ट के दौरान व्यक्ति को मशीन के अंदर सांस जोर से खींचकर पूरी ताकत से बाहर छोड़ना होता है इसमें लगभग 30 से 40 मिनट का समय लगता है व कम से कम 3 बार करके सबसे बेहतर रीडिंग को नोट किया जाता है आम तौर पर 5 6 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोग इस टेस्ट को करने में सक्षम होते हैं।
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