Dr. Mukesh Gupta Allergy & Asthma Center

कौनसा एलर्जी टेस्ट करवाएं

स्किन परीक टेस्ट में रिजल्ट तुरंत आता है|

स्किन परीक टेस्ट में मरीज की जरुरत के अनुसार एंटीजन का सलेक्शन किया जाता है जबकि ब्लड टेस्ट में Fix पैनल आते हैं जो की यूरोपियन देशों की जरूरत के हिसाब से बनाये गए होते हैं| इनमे कई बार हमारे आस-पास के कॉमन एलर्जेंस नहीं होते हैं

हमारे आस-पास सामान्यतः पाए जाने वाले एलर्जेंस जैसे की HOLOPTELEA (बन्दर की रोटी), PROSOPIS (विलायती बबूल), बाजरा, ज्वर, एवं मक्का इत्यादि के पराग कणों के लिए ब्लड टेस्ट नहीं होते हैं जबकि स्किन प्रिक टेस्ट उपलब्ध है स्किन टेस्ट, ब्लड टेस्ट की तुलना में किफायती होता है

एलर्जी टेस्ट के माध्यम से ये पता लगाया जाता है की व्यक्ति को कौनसी एलर्जी पैदा करने वाला तत्व (Allergen) की वजह से बार बार खांसी या जुखाम होता है। हमारे एलर्जन का पता लगने पर हम उनसे बचाव का प्रयास कर सकते है व बचाव व दवाइयों से पूरा आराम नहीं मिलनी पर इम्यूनोथेरपी द्वारा एलर्जी की बीमारी से हमेशा के लिए मुक्ति पा सकते है। एलर्जी टेस्ट दो प्रकार से होता है- स्किन प्रिक टेस्ट (Skin Prick Test ) व ब्लड टेस्ट (Blood test)। किसी भी मरीज में एलर्जी टेस्ट (स्किन या ब्लड) का चुनाव डॉक्टर द्वारा मरीज के लक्षण, बीमारी की गंभीरता व मरीज की चल रही दवाओं को ध्यान में रखते हुआ किया जाता है। कई बार मरीज विज्ञापन देखकर, खुद से या अपने मित्र या मिलने वालों की सलाह पर टेस्ट करवा लेते है जिससे वांछित परिणाम हासिल नहीं हो पाते है। इसलिए, हमेशा एलर्जी विशेषज्ञ की सलाह ले कर ही एलर्जी टेस्ट का चुनाव करना चाहिए। स्किन प्रिक टेस्ट (Skin Prick Test ) :- इसमें एक विशेष प्रकार के दर्द रहित लांसेट से एलर्जन को स्किन की परतों में प्रवेश करा कर 15 -20 मिनट बाद स्किन में होने वाले रिएक्शन को पढ़ा जाता है। एलर्जी होने पर सम्बंधित एलर्जन वाली जगह पर सूजन व खुजली होती है, बिलकुल वैसे ही जैसे मच्छर खाने के बाद होता है। ये निशान कुछ देर में ठीक हो जाते है इस प्रतिक्रिया का आकार अगर 5 मिलीमीटर से अधिक हो तो ये एलर्जी करने वाले तत्व की तरफ इशारा करता है। ं यह टेस्ट करते हैं

इसमें आपके रक्त (Blood) का सैंपल ले कर लेबोरेटरी में टेस्ट के लिए भेजा जाता है व लेबोरेटरी में एलर्जेन के लिए IgE एंटीबाडी का लेवल देखा जाता है। इस टेस्ट में उचित टेस्ट का चुनाव महत्वपूर्ण है क्योकि रिजल्ट की सार्थकता उसी पर निर्भर करती है। इसीलिए, विश्वनीय तरीके (Immunocap) या Immunoblot से ही इस टेस्ट कराना चाहिए कुछ लैब्स एलिसा (ELISA ) मेथड से ये टेस्ट कराती है जो की विश्वसनीय नहीं होता है।